प्प्राकृतिक सौन्दर्य से आच्छादित यह महाविद्यालय क्षेत्रीय अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए कृत संकल्प है। इस क्रम में अध्ययन अध्यापन के विशिष्ट वातवरण का निर्माण परिसर में किया गया है। शिक्षा का विस्तार सूदूरवर्ती क्षेत्र में करना इस महाविद्यालय का प्रमुख उद्देश्य है। इस दिशा में हम निरन्तर प्रयत्नशील हैं। शिक्षण कार्य के साथ-साथ महाविद्यालय प्रशासन, सांस्कृतिक गतिविधियों में भी गहरी रूची रखता है, अतः समय-समय पर सामाजिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों का अयोजन महाविद्यालय में होता रहता है।
महाविद्यालय परिवार समाज के लोगों को सचेत करने के साथ युवाओं में राष्ट्रेवा का भाव जागृत करने की भी अथक प्रयास कर रहा है।
यह महाविद्यालय भावी राष्ट्र निर्माण के विभिन्न सक्षम युवाओं का विकास करने के लिए संकल्पित है। भारत एक युवा राष्ट्र है। ऐसी स्थिति में यदि युवा शिक्षा और ज्ञान के से परिपर्ण होगा और अपने सामाजिक उत्तरदायित्वों के प्रति सजग होगा, तो भारत स्वतः विकास के पथ पर अग्रसर हो जायेगा। हमारे संस्थान का यही प्रयास है कि इस क्षेत्र में हम अपना श्रेष्ठतम योगदान दे सकें। इन्ही अपेक्षाओं को पूरा करने के लए हमारा महाविद्यालय परिवार निरन्तर प्रयासरत है।
के० के० चौहान
(उप-प्रबन्धक)